कानपुर टेस्ट में भारत की जीत पक्की? आंकड़े और परिस्थिति दोनों न्यूजीलैंड के खिलाफ

कानपुरभारत और न्यूजीलैंड के बीच कानपुर में जारी पहले टेस्ट के 4 दिन का खेल हो चुका है। 5वें दिन जब न्यूजीलैंड मैदान पर बैटिंग करने उतरेगा तो ऐसा लक्ष्य इंतजार कर रहा होगा, जो अब तक किसी भी विदेशी टीम ने चौथी पारी में भारतीय पिच पर हासिल करने में कामयाब नहीं हो सका है। श्रेयस अय्यर और रिद्धिमान साहा के अर्धशतक से भारत ने चौथे दिन रविवार को दूसरी पारी 7 विकेट पर 234 रन पर घोषित की। इससे न्यूजीलैंड को 284 रन का लक्ष्य मिला। न्यूजीलैंड ने लक्ष्य का पीछा करते हुए सलामी बल्लेबाज विल यंग (2) का विकेट गंवाकर एक विकेट पर चार रन बनाए। टीम को अंतिम दिन जीत के लिए 280 रन और बनाने होंगे। दिन का खेल खत्म होने पर सलामी बल्लेबाज टॉम लाथम दो रन बनाकर खेल रहे थे जबकि नाइटवॉचमैन के रूप में आए विलियम समरविले ने खाता नहीं खोला है। इसलिए हार है तय!टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में भारतीय सरजमीं पर विदेशी टीम ने कभी इतने बड़े लक्ष्य का पीछा करते हुए जीत दर्ज नहीं की है। रिकॉर्ड वेस्टइंडीज के नाम है, जिसने 1987 में दिल्ली में 276 रन का लक्ष्य हासिल किया था। वेस्टइंडीज के अलावा इंग्लैंड दूसरी टीम है, जिसने दिल्ली में ही 207 रनों का लक्ष्य हासिल किया था। इन दो मौकों को छोड़ दिया जाए तो कोई भी टीम 200 या उससे अधिक रनों के लक्ष्य को पा नहीं सकी। परिस्थिति है न्यूजीलैंड के खिलाफमेहमान टीम के लिए आंकड़े तो खिलाफ हैं ही, साथ ही परिस्थिति भी अनुकूल नहीं है। तीसरे दिन से पिच स्पिनर्स के लिए स्वर्ग बनी हुई है। पहली पारी में न्यूजीलैंड के 10 में से 9 विकेट स्पिनर्स के नाम रहे थे। अक्षर पटेल ने 5, रविचंद्रन अश्विन ने 3 और रविंद्र जडेजा ने एक विकेट अपने नाम किया था। इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि तेज गेंदबाजी खेलने के मास्टर कीवी बल्लेबाजों के लिए स्पिनर्स को झेलना कितना मुश्किल होगा। खेलना असंभव नहीं, लेकिन आसान भी नहींपिच पर खेलना असंभव नहीं है लेकिन माना जा रहा है कि भारतीय स्पिनर स्कोर का बचाव करने में सक्षम हो सकते हैं। भले ही गेंद काफी टर्न नहीं हो रही हो, लेकिन उम्मीद है कि काफी गेंद नीची रहेंगी। गिर चुका है एक विकेटन्यूजीलैंड ने पारी के तीसरे ओवर में यंग का विकेट गंवा दिया जिन्हें रविचंद्रन अश्विन (तीन रन पर एक विकेट) ने पगबाधा किया। यंग ने डीआरएस लेने का फैसला किया लेकिन तब तक 15 सेकेंड की समय सीमा खत्म हो चुकी थी और उन्हें पवेलियन लौटना पड़ा। रीप्ले में दिखा कि अगर वह समय पर डीआरएस लेने का फैसला करते को मैदानी अंपायर को अपना फैसला बदलना पड़ता, क्योंकि गेंद स्टंप से नहीं टकरा रही थी। DRS लेने में देरी, आउट हुए विलइससे पहले पदार्पण टेस्ट की पहली पारी में शतक जड़ने के बाद अय्यर (125 गेंद में 65 रन, आठ चौके, एक छक्का) ने दूसरी पारी में भी बेहद दबाव के बीच अर्धशतक जड़ा और यह उपलब्धि हासिल करने वाले पहले भारतीय बने। उन्होंने रविचंद्रन अश्विन (32) के साथ छठे विकेट के लिए 52 जबकि साहा (नाबाद 61, 126 गेंद, चार चौके,एक छक्का) के साथ सातवें विकेट के लिए 64 रन की साझेदारी की। साहा ने अक्षर पटेल (नाबाद 28) के साथ आठवें विकेट के लिए 67 रन की अटूट साझेदारी भी की। न्यूजीलैंड की ओर से काइल जैमीसन ने 40 जबकि टिम साउथी ने 75 रन देकर तीन-तीन विकेट चटकाए।


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