अमित कुमार, नई दिल्लीइंग्लैंड के पूर्व स्पिनर का मानना है कि भारत आगामी टेस्ट सीरीज में इंग्लिश टीम को हरा सकता है। भारत और इंग्लैंड के बीच 4 मैचों की टेस्ट सीरीज 5 फरवरी से शुरू होनी है जिसका पहला मुकाबा चेन्नै में खेला जाएगा। चेन्नै में साल 2016 में पिछली बार जब दोनों टीमें भिड़ी थीं तो एलेस्टेर कुक की कप्तानी में इंग्लैंड को पारी और 75 रन से शिकस्त झेलनी पड़ी थी। एमए चिदंबरम स्टेडियम में दोनों टीमों के बीच 9 टेस्ट मैच खेले गए हैं जिसमें भारत ने 5 और इंग्लैंड ने 3 में जीत दर्ज की। साल 1982 में खेला गया टेस्ट मैच ड्रॉ रहा था। पढ़ें, पनेसर ने टाइम्स ऑफ इंडिया डॉट कॉम से खास बातचीत में कहा कि भारत आगामी टेस्ट सीरीज जीत सकता है क्योंकि वह अपने घर पर खेल रहा है। उन्होंने कहा, 'मुझे नहीं लगता कि यह एक वाइटवॉश (4-0) होगा लेकिन हां, भारत मजबूत है और सीरीज जीतने के मौके उसके ज्यादा हैं क्योंकि वह अपने घर पर खेल रहा है।' इंग्लैंड ने 2012-13 में आखिरी बार भारत में टेस्ट सीरीज जीती थी और पनेसर उस टीम का हिस्सा रहे। पनेसर ने तब 3 मैचों में 17 विकेट झटके और जीत में अहम भूमिका निभाई। पनेसर ने कहा, 'इग्लैंड के पास मजबूत पेस अटैक है। उनकी बल्लेबाजी कमजोर है क्योंकि आप ओपनरों को देखेंगे तो वे स्पिनर के खिलाफ जल्दी आउट हो जाते हैं और भारत इसी को भुनाने की कोशिश करेगा। भारत इस सीरीज को जीतेगा लेकिन हैरानी होगी अगर 4-0 हो। मेरा मानना है कि यह 2-1 या 2-0 हो सकता है।' भारत ने ऑस्ट्रेलिया को उसी की सरजमीं पर टेस्ट सीरीज में 2-1 से मात दी और इतिहास रचा। इस पर पनेसर ने कहा, 'मुझे लगता है कि यह उनकी विदेश में सबसे खास जीत में शुमार होगी। कोच रवि शास्त्री को इसका श्रेय मिलना चाहिए कि किस तरह उन्होंने पहले टेस्ट में 36 पर टीम के ऑलआउट होने के बाद टीम का पॉजिटिविटी के साथ मार्गदर्शन किया।' उन्होंने आगे कहा, 'मुझे यही लगता है कि इसकी शुरुआत सौरभ गांगुली से हुई क्योंकि उन्हें पता था कि कैसे टैलेंट को बढ़ावा देना है। पूर्व खिलाड़ियों का टीम मैनेजमेंट में शामिल होने से बड़ा बदलाव आया है।' पनेसर ने कहा, 'मुझे लगता है कि इंग्लैंड टीम की कमी है कि हम स्पिन के खिलाफ बेहतर खिलाड़ी नहीं हैं लेकिन जब गेंद कूल्हे की ऊंचाई से ऊपर उछलती है तो हम बेस्ट हैं। ऑस्ट्रेलिया में यह सब कट के बारे में है, पुल को अच्छी तरह से खेलें। टीम के युवा खिलाड़ी स्पिन की तुलना में छोटी पिच की तेज गेंदबाजी खेलने के बेहतर खिलाड़ी हैं। केविन पीटरसन की की तरह ये खिलाड़ी बल्लेबाजी नहीं कर सकते।' उन्होंने आगे कहा, 'इंग्लैंड खुद को एशेज के लिए तैयार कर रहा है और उन्हें यह रोटेशन पॉलिसी भारत सीरीज में मिल रही है। उन्हें कुछ खास बुरा नहीं लगेगा कि अगर वे भारत से टेस्ट सीरीज हार भी जाते हैं। इससे खिलाड़ियों को एक्सपोज़र मिलेगा और वे दबाव में रहेंगे जिससे ऑस्ट्रेलिया में होने वाली बड़ी सीरीज से पहले खुद को समझने का भी मौका मिलेगा। मुझे नहीं लगता कि उनके पास (एशेज के लिए ऑस्ट्रेलिया में) रोटेशन पॉलिसी होगी। जब ऑस्ट्रेलिया में पहला टेस्ट मैच शुरू होगा तो जिमी एंडरसन और स्टुअर्ट ब्रॉड दोनों खेलेंगे लेकिन भारत में पहले टेस्ट मैच में, मुझे नहीं लगता कि एंडरसन और ब्रॉड दोनों खेल रहे होंगे।' टेस्ट सीरीज में भारत और इंग्लैंड के किन खिलाड़ियों पर नजरें होंगी, उन्होंने कहा, 'इंग्लैंड के लिए तो वे , स्टुअर्ट ब्रॉड और जेम्स एंडरसन होंगे। रूट इन परिस्थितियों में बल्लेबाजी करना जानते हैं और जबरदस्त फॉर्म में हैं। ब्रॉड और एंडरसन चमत्कार कर सकते हैं। भारत के लिए अजिंक्य रहाणे पर निगाहें होंगी जिनकी बल्लेबाजी, कप्तानी और नेतृत्व कौशल ने मुझे बहुत प्रभावित किया है। दूसरे चेतेश्वर पुजारा जो दबाव बनाए रखने में सक्षम है। अश्विन भी सीरीज में भारत के लिए एक प्रमुख खिलाड़ी बनने जा रहे हैं। मैं जसप्रीत बुमराह का नाम भी लूंगा जो अपनी तेज गेंदबाजी से कमाल कर सकते हैं। हम को नहीं भूल सकते जो विपक्षी टीम को मैच में जीत से दूर रखते हैं।' उन्होंने कहा, 'भारत के पास एक बेहतर तेज गेंदबाजी आक्रमण है क्योंकि वे गेंद को ज्यादा घुमाने में सक्षम हैं। मोहम्मद सिराज ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों की तुलना में ऑस्ट्रेलिया में ही गेंद को अधिक स्विंग करा रहे थे। मुझे हैरानी होगी कि एंडरसन भारतीय गेंदबाजों की तुलना में गेंद को ज्यादा घुमा सकें। मुझे लगता है कि भारतीय पेस अटैक इंग्लैंड के तेज़ गेंदबाजों की तुलना में गेंद को हवा में ज्यादा और पिच से दूर ले जा सकता है।'
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