कोहली की तरह हर फॉर्मेट के चैंपियन बल्लेबाज बनना चाहते हैं यश ढुल, बोले- वह मेरे हीरो हैं

नई दिल्ली: अंडर-19 वर्ल्ड कप के चैंपियन कप्तान युश ढुल (Yash Dhull) अपने स्टेट टीम के सीनियर क्रिकेटर और मौजूदा समय के रन मशीन कहे जाने वाले (Virat Kohli) के नक्शे कदम पर चलना चाहते हैं। वह उन्हीं की तरह हर फॉर्मेट में तोप बल्लेबाज बनना चाहते हैं। उन्होंने टाइम्स ऑफ इंडिया को दिए इंटरव्यू में कहा कि विराट भैया मेरे हीरो हैं। मैं उन्हीं की तरह हर फॉर्मेट में सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाज बनना चाहता हूं। यश ने अपने डेब्यू रणजी मैच में शतक () जड़ा था और अपने फर्स्ट क्लास करियर का धमाकेदार आगाज किया था। उन्होंने अपने डेब्यू मैच के बारे में कहा, 'सिर्फ गेंद का रंग ही बदला है, खेल तो वही है। यह मेरे लिए सामान्य है। मैं बस मैदान पर बैटिंग करना चाहता था और यही किया भी। मैं कोई दबाव महसूस नहीं करता। मैं वहां शांत दिमाग के साथ गया था। सबसे अच्छी बात यह थी कि मुझे अपनी खेल शैली पर भरोसा था।' उन्होंने अपने सपने के बारे में कहा, 'मैं विराट भैया (विराट कोहली) की तरह ऑल-फॉर्मेट खिलाड़ी बनना चाहता हूं। वह खेल के दिग्गज हैं। उन्होंने तीनों प्रारूपों में अपना दबदबा बनाया है। मैं भी तीनों प्रारूपों में सर्वश्रेष्ठ बनना चाहता हूं। वह मेरी प्रेरणा हैं।' ढुल की इस पारी की ड्रेसिंग रूम के सीनियर और कोचों ने सराहना की। उनकी रोमांचक पारी आखिरकार तब समाप्त हुई जब उन्हें एम मोहम्मद ने एलबीडब्ल्यू आउट कर दिया। उन्होंने मैच से पहले अपनी भावनाओं के बारे में कहा, 'यह मेरा डेब्यू मैच था, लेकिन मैं घबराया नहीं था। मैंने विश्व कप में भारत की कप्तानी की है और उस टूर्नामेंट ने मुझे बहुत कुछ सिखाया। अंडर -19 विश्व कप ने मुझे सिखाया कि दबाव को कैसे संभालना और कठिन परिस्थितियों में प्रदर्शन करना है और इससे मुझे मदद मिली।' उन्होंने अपने कोच और सीनियर प्लेयर्स से मिले सपोर्ट के बारे में कहा, 'मैंने अपने कोच राजेश सर, अनुज भैया (अनुज रावत) और राजकुमार सर जैसे सीनियर्स से रणजी डेब्यू से पहले बात की और उन्होंने कहा कि यह सब मानसिकता के बारे में है।' राजेश सर ने कहा - 'शांत रहो, जाओ और जिस तरह से बल्लेबाजी करते हो वैसे ही बल्लेबाजी करो। उन्होंने कहा - 'आप विश्व कप विजेता कप्तान हैं और आप पहले ही सबसे बड़े स्तर पर प्रदर्शन कर चुके हैं, इसलिए यह आपके लिए एक आसान होगा। उन्होंने मुझे इसके बारे में बिल्कुल नहीं सोचने के लिए कहा।' ढुल के बचपन के कोच राजेश नागर ने यह भी बताया कि कैसे उन्होंने अपने बड़े डेब्यू डे से पहले अपने छात्र को प्रेरित किया। उन्होंने बताया- यश मध्यक्रम के बल्लेबाज रहे हैं। उन्होंने दिल्ली लीग मैचों में कई बार बल्लेबाजी की। उन्होंने फोन किया और कहा कि टीम चाहती है कि वह बल्लेबाजी की शुरुआत करें। वह उत्साहित और नर्वस भी थे, क्योंकि यह पहली बार था जब उन्होंने प्रतिस्पर्धी क्रिकेट में बल्लेबाजी की शुरुआत करने के लिए कहा गया। मैंने उनसे कहा कि क्रीज पर खुद को कुछ समय दें, और रन अपने आप आ जाएंगे।


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