नई दिल्ली विराट कोहली की अगुआई में भारतीय क्रिकेट टीम 18 जून से न्यूजीलैंड के खिलाफ वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप (World Test Championship Final) के फाइनल में भिड़ेगी। यह मैच साउथैम्प्टन के रोज बाउल स्टेडियम में खेला जाएगा। इस फाइनल टेस्ट को लेकर क्रिकेट प्रेमी बड़ी बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल (ICC) ने शुक्रवार को इस बात पर मुहर लगा दी कि यदि फाइनल टेस्ट ड्रॉ या टाई होता है तो दोनों टीमों को संयुक्त विजेता घोषित कर दिया जाएगा। आईसीसी ने कहा, 'ये दोनों फैसले जून 2018 में आईसीसी विश्व टेस्ट चैंपियनशिप शुरू होने से पहले किए गए थे।' पांच दिन के टेस्ट मैच में एक रिजर्व डे (बरसात के कारण) भी रखा गया है। यदि इस टेस्ट मैच में किसी भी वक्त बरसात के कारण समय बर्बाद होता है तो मैच रेफरी इस रिजर्व डे का इस्तेमाल कर सकते हैं। रिजर्व डे में उतनी ही देर का खेल होगा जो पांच दिनों में जाया हुआ होगा। आईसीसी के मुताबिक, 'रिजर्व डे की व्यवस्था पांच दिन का मैच सुनिश्चित करने के लिए किया गया है और इसका उपयोग नियमित पांच दिनों के अंदर बर्बाद समय की भरपाई नहीं हो पाने पर ही किया जाएगा। आईसीसी ने कहा, 'यदि सभी पांचों दिन पूरा खेल होता है और मैच का परिणाम नहीं निकलता है तो ऐसी स्थिति में अतिरिक्त दिन नहीं जोड़ा जाएगा और ऐसी स्थिति में मैच को ड्रॉ घोषित कर दिया जाएगा।' रेफरी करेगा ये फैसला मैच के दौरान समय बर्बाद होने की स्थिति में आईसीसी मैच रेफरी नियमित तौर पर टीमों और मीडिया को बताता रहेगा कि रिजर्व डे का उपयोग कैसे किया जा सकता है। रिजर्व डे का उपयोग करना है या नहीं इसका अंतिम फैसला पांचवें दिन के आखिरी घंटे का खेल शुरू होने पर किया जाएगा। ये तीन बदलाव होंगे फाइनल का हिस्सा भारत अपने घरेलू मैच एसजी टेस्ट और न्यूजीलैंड कूकाबुरा गेंदों से खेलता है लेकिन फाइनल में ग्रेड वन ड्यूक गेंदों का उपयोग किया जाएगा। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में खेल के नियमों में तीन बदलाव भी का हिस्सा होंगे। इन्हें बांग्लादेश और श्रीलंका के बीच मौजूदा विश्व कप सुपर लीग श्रृंखला के दौरान लागू किया गया था। इनमें शॉर्ट रन, खिलाड़ियों की समीक्षा और डीआरएस समीक्षा से जुड़े नियम शामिल हैं। शॉर्ट रन के मामले में तीसरा अंपायर मैदानी अंपायर के शॉर्ट रन के किसी भी फैसले की स्वत: ही समीक्षा करेगा और अगली गेंद डाले जाने से पहले अपना फैसला मैदानी अंपायर को बताएगा। एलबीडब्ल्यू के लिए निर्णय समीक्षा प्रणाली (DRS) लेने से पहले क्षेत्ररक्षण करने वाली टीम का कप्तान या आउट दिया गया बल्लेबाज अंपायर से यह पुष्टि कर पाएगा कि क्या गेंद को खेलने का वास्तविक प्रयास किया गया था। एलबीडब्ल्यू के लिए ही डीआरएस लेने के लिए विकेट क्षेत्र का दायरा बढ़ाकर स्टंप के शीर्ष तक कर दिया गया है।
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